ऐसी बंसी बजाई मेरे श्याम ने,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया,
ऐसी बंसी बजायी मेरे श्याम ने,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया।।
तर्ज – ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ।
बंसी को सुनकर के राधा जी आई,
राधा जी आई संग सखियाँ भी आई,
नन्द बाबा के आँगन शगुन हो गया,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया,
ऐसी बंसी बजायी मेरे श्याम ने,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया।।
बंसी को सुनकर के भोले चले,
गणपति चले संग कार्तिक चले,
गौरा मैया का मन भी मगन हो गया,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया,
ऐसी बंसी बजायी मेरे श्याम ने,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया।।
बंसी को सुनकर के ब्रह्मा चले,
यहाँ ब्रह्मा चले वहां विष्णु चले,
मैया लक्ष्मी का मन भी मगन हो गया,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया,
ऐसी बंसी बजायी मेरे श्याम ने,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया।।
बंसी को सुन सारी धरती मगन,
धरती मगन और गगन भी मगन,
सारी सृष्टि का कण कण मगन हो गया,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया,
ऐसी बंसी बजायी मेरे श्याम ने,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया।।
ऐसी बंसी बजाई मेरे श्याम ने,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया,
ऐसी बंसी बजायी मेरे श्याम ने,
सारा ब्रज धाम देखो मगन हो गया।।
Singer – Madhur Sharma