चिंतन कर ले तू,
चिंता मैं हर लूंगा,
आएगी मुसीबत,
बाहों में भर लूंगा,
चिंतन कर लें तू,
चिंता मैं हर लूंगा।।
तर्ज – दिल का सुना साज।
भजन – चल भोले के द्वार।
लोगो की परवाह ना करना,
हंसकर ताने सह लेना,
मुझको भरोसा अपने प्रभु पे,
सबसे बस ये कह देना,
कष्टों को तेरे,
पल भर में हर लुंगा,
चिंतन कर लें तू,
चिंता मैं हर लूंगा।।
देर भले हो जाए लेकिन,
होती कभी अंधेर नहीं,
मेरे चाहने वालो से होता,
मेरा कभी भी बेर नहीं,
खुशियां ही खुशियां,
दामन में भर दूंगा,
चिंतन कर लें तू,
चिंता मैं हर लूंगा।।
इक विश्वास का धागा जिसने,
अपने दिल पे बांध लिया,
‘श्याम’ कहे सब छोड़ के जिसने,
केवल मुझको साध लिया,
दर्शन मेरे होंगे,
ऐसी नज़र दूंगा,
Bhajan Diary Lyrics,
चिंतन कर लें तू,
चिंता मैं हर लूंगा।।
चिंतन कर ले तू,
चिंता मैं हर लूंगा,
आएगी मुसीबत,
बाहों में भर लूंगा,
चिंतन कर लें तू,
चिंता मैं हर लूंगा।।
स्वर / रचना – श्याम अग्रवाल जी।