मत ले समाधि डालाबाई,
मत ले समाधि,
थारी छोटी सी ऊमर में,
काई रंग लाग्यो डालाबाई ये,
मत ले समाधि ये।।
हतायाँ में बेठा राजा,
अजमल जी बरजे,
म्हारी पाचाँ वाली लाज,
थे तो राखो डालाबाँई ये,
मत ले समाधि ये,
डालाबाँई मत ले समाधि ये।।
रसोया मे बेठी माता,
मेणादे बरजे,
म्हारी घूंघट वाली लाज,
थे तो राखो डालाबाँई ये,
मत ले समाधि ये,
ओ डालाबाँई मत ले समाधि ये।।
लीले री असवारी बाबो,
रामदेव जी बरजे,
म्हारी भाला वाली लाज,
थे तो राखो डालाबाँई,
मत ले समाधि ये,
ओ डालाबाँई मत ले समाधि ये।।
हरि के चरणाँ मे भाटी,
हरजी बोले,
म्हारी बाना वाली,
लाज तेथो राखो डालाबाँई,
मत ले समाधि ये,
ओ डालाबाँई मत समाधि ये।।
मत ले समाधि डालाबाई,
मत ले समाधि,
थारी छोटी सी ऊमर में,
काई रंग लाग्यो डालाबाई ये,
मत ले समाधि ये।।
गायक / प्रेषक – मनोहर परसोया।