धीरज रख लो भक्तो,
करो थोड़ा इंतज़ार,
फिर से बुला लेगा बाबा,
हमें खाटू के दरबार।।
मंदिर में बैठा बैठा,
वो भी तो उदास है,
भगतों से मिलने की,
उसको भी प्यास है,
वो दिन आ जाएंगे,
मिलना होगा साकार,
फिर से बुला लेगा बाबा,
हमें खाटू के दरबार।।
हमारी तड़प को बाबा,
खूब जानता है,
प्रेमियों के प्रेम को भी,
पहचानता है,
दोनो तरफ बराबर,
है दिल तो बेक़रार,
फिर से बुला लेगा बाबा,
हमें खाटू के दरबार।।
वैसे तो सदा ही संग,
रहता है सांवरा,
नैनों से नैन मिलें,
यही तो है माज़रा,
‘चोखानी’ तेरे मन की,
जाने है लखदातार,
फिर से बुला लेगा बाबा,
हमें खाटू के दरबार।।
धीरज रख लो भक्तो,
करो थोड़ा इंतज़ार,
फिर से बुला लेगा बाबा,
हमें खाटू के दरबार।।
Singer – Upasana Mehta