कह दो कि जिंदगी में,
सदा मस्त रहेंगे,
हम राम राम राम,
सीता राम भजेंगे,
हम श्याम श्याम श्याम,
राधेश्याम भजेगे।।
तर्ज – अहसान मेरे दिल पे।
जीवन में गम की आंधी,
आती ही रहेगी,
संकट की घड़ी हमको,
सताती ही रहेगी,
सुमिरन प्रभु के नाम का,
करते ही रहेंगे,
हम राम राम राम,
सीता राम भजेंगे,
हम श्याम श्याम श्याम,
राधेश्याम भजेगे।।
मीरा दीवानी श्याम की,
विष को भी पी गई,
कृपा प्रभु की ऐसी,
वो फिर भी जी गई,
ऐसी कृपा प्रभु की,
हम भी लेके रहेंगे,
हम राम राम राम,
सीता राम भजेंगे,
हम श्याम श्याम श्याम,
राधेश्याम भजेगे।।
‘विष्णु’ भंवर में नैया,
अब कैसे फंसेगी,
जिसका खेवैया राम,
वो तो तर के रहेगी,
विश्वास हो तो काठ की,
मूरत में मिलेंगे,
हम राम राम राम,
सीता राम भजेंगे,
हम श्याम श्याम श्याम,
राधेश्याम भजेगे।।
कह दो कि जिंदगी में,
सदा मस्त रहेंगे,
हम राम राम राम,
सीता राम भजेंगे,
हम श्याम श्याम श्याम,
राधेश्याम भजेगे।।
– गायक / लेखक / प्रेषक –
बिष्णु थिरानी।
9304508814