ओ टॉडगढ़ वाले,
हम आये तेरे द्वारे,
हमने सुना है तू ही,
हमने सुना है तू ही,
भक्तो की नैया तारे,
ओ टॉडगढ वाले,
हम आये तेरे द्वारे।।
तर्ज – आये हो मेरी जिंदगी।
दुख दर्द के है मारे,
जो बाबा को पुकारे,
करके कृपा तू बाबा,
कर देता वारे न्यारे,
आये है शरण तेरी,
दुनिया से हम तो हारे,
हमने सुना है तू ही,
हमने सुना है तू ही,
भक्तो की नैया तारे,
ओ टॉडगढ वाले,
हम आये तेरे द्वारे।।
इस जिंदगी में आजा,
तू बहार बनके,
तेरे प्यार की खुशबू से,
जीवन मेरा ये महके,
माता पिता तुम्ही हो,
हम बच्चे है तुम्हारे,
हमने सुना है तू ही,
हमने सुना है तू ही,
भक्तो की नैया तारे,
ओ टॉडगढ वाले,
हम आये तेरे द्वारे।।
तेरे नाम से ही चलता,
हम भक्तो का गुजारा,
श्री टाटगड़ भेरूजी,
हमे तेरा ही सहारा,
दिल में बसा के ‘दिलबर’,
गुण गायेंगे तुम्हारे,
हमने सुना है तू ही,
हमने सुना है तू ही,
भक्तो की नैया तारे,
ओ टॉडगढ वाले,
हम आये तेरे द्वारे।।
ओ टॉडगढ़ वाले,
हम आये तेरे द्वारे,
हमने सुना है तू ही,
हमने सुना है तू ही,
भक्तो की नैया तारे,
ओ टॉडगढ वाले,
हम आये तेरे द्वारे।।
लेखक / प्रेषक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
9907023365