हम बाराती बाबा दूल्हा बनने वाला है,
पगड़ी बाँध रहा है नीले चढ़ने वाला है,
सब झूमो नाचो वो आने वाला है,
पगड़ी बाँध रहा है नीले चढ़ने वाला है।।
हमारी किस्मत तो देखो,
मेरे सरकार आएंगे,
गुजारा हो रहा जिनसे,
वही दातार आएंगे,
हम फरयादी वो दरबार,
लगाने वाला है,
पगड़ी बाँध रहा है,
नीले चढ़ने वाला है।।
मिलेगा सारे भक्तो को,
खजाना साथ लाएगा,
कोई ना खाली जाएगा,
सभी के हाथ आएगा,
जमा किया है जो भी,
आज लुटाने वाला है,
पगड़ी बाँध रहा है,
नीले चढ़ने वाला है।।
पहुंचने वाला है भक्तो,
करो कीर्तन जरा जमके,
जरा स्वागत में ‘बनवारी’,
दिखाओ नच नचके,
जमा नहीं जैसा,
रंग जमने वाला है,
पगड़ी बाँध रहा है,
नीले चढ़ने वाला है।।
हम बाराती बाबा दूल्हा बनने वाला है,
पगड़ी बाँध रहा है नीले चढ़ने वाला है,
सब झूमो नाचो वो आने वाला है,
पगड़ी बाँध रहा है नीले चढ़ने वाला है।।
गायक – अजय शर्मा।
प्रेषक – आशीष कौशिक।
9971919086