गुरु मुरारी की बणी समाधि,
सुणो गाम समचाणे म,
दुनिया जावः तेरे प वारी,
बैठया भगमा बाणे म।।
जयकरण पिता के घर म,
ले क जन्म वे आए थे,
माता सुरती देवी जिसने,
उनके लाड लडाये थे-2,
खाटू आले श्याम धणी भी,
कुल के देव कहवाये थे,
गऊ माता की सेवा करके,
फुले नहीं समाये थे-2,
भगति का यो रंग चढ़गया था हेरः रर-2,
बाबा बालक याणे में,
दुनिया जावः तेरे प वारी,
बैठया भगमा बाणे म।।
हरियाणे के सोनीपत में,
बईयांपुर राजधानी र,
समचाणे का शेर मुरारी,
पनमेश्वरी थारी राणी र-2,
कई वर्ष तक हल जोड़या,
या पड़गी धरती बाणी र,
कन्या जन्मी आठ तेरः,
या बणगी अजब कहाणी र-2,
सादा भाव हरदम राखया हेर रर-2,
कोनया रहया उलाणे म,
दुनिया जावः तेरे प वारी,
बैठया भगमा बाणे म।।
पुत्र पाणे की चाहत में,
पहुंचे खाटू धाम र,
आलू सिंह महाराज का जग में,
सुण राखया था नाम र-2,
कीर्तन के महां मिलगे गुरुजी,
सिमरण आगया काम र,
भिक्षा के महां बाबा दे दिया,
बालाजी का धाम र-2,
वंश के बदले भजन ले लिया हेर रर-2,
लागया टहल बजाणे म,
दुनिया जावः तेरे प वारी,
बैठया भगमा बाणे म।।
बालाजी का भगत बणया तुं,
सतगुरु सबते न्यारा र,
बालाजी का गण मिलगया तन्नै,
बाबा संकट हारया र-2,
सेवाकुंज धर्मशाला में देखया,
अजब नजारा र,
गुरु मुरारी की चौकी लग री,
लागे सबने प्यारा र-2,
दुनिया के महां जाण पाटगी हेर रर-2,
भवन तेरा समचाणे म,
दुनिया जावः तेरे प वारी,
बैठया भगमा बाणे म।।
उनतीस मार्च सन् चौदा की,
ब्रह्मबेला वा न्यारी र,
दो बज क चौदा मिन्ट प,
लेगया हंश उडारी र-2,
सब भक्तां ने दर्शन देगया,
सतगुरु देव मुरारी र,
शनिवार के दिन र भाईयों,
बैकुंठ की तयारी र-2,
आज भी तुं दर्शन देव हेर रर-2,
बैठया भवन पुराने म,
दुनिया जावः तेरे प वारी,
बैठया भगमा बाणे म।।
रोहित शर्मा का सपना कर,
बाबा तुं साकार दिए,
नरेन्द्र कौशिक जैसे जग में,
ओर घणे कलाकार दिए-2,
सचिन दहिया की कविताई,
सच्चाई की झंनकार दिए,
सोनीपत विकास नगर में,
बरसा अपणा प्यार दिए-2,
वेद भगत तन्नै याद करै स हेर रर-2,
झजर धोरः महराणे म,
दुनिया जावः तेरे प वारी,
बैठया भगमा बाणे म।।
गुरु मुरारी की बणी समाधि,
सुणो गाम समचाणे म,
दुनिया जावः तेरे प वारी,
बैठया भगमा बाणे म।।
गायक – सचिन दहिया जी।
प्रेषक – राकेश कुमार जी।
खरक जाटान(रोहतक)
9992976579