साँवरिया के आगे मैं ऊबो कर जोड़,
म्हारी गाड़ी तो संभाले रे म्हारो राजा रणछोड़।।
थारे भरोसे सांवरा नानी ने परणाई,
थारे ही भरोसे मैं तो करयो रे जमाई,
गाड़ी म्हारी टूटी तू आजा प्यारा दौड़,
म्हारी गाड़ी तो संभाले रे म्हारो राजा रणछोड़।।
साँवरिया के आगे मै ऊबो कर जोड़,
म्हारी गाड़ी तो संभाले रे म्हारो राजा रणछोड़।।
साधु संत सागे म्हारे गदी ना रजाई,
घनघोर वन में इब तो रात घिर आई,
मायरा री बेला तू आजा नन्द किशोर,
म्हारी गाड़ी तो संभाले रे म्हारो राजा रणछोड़।।
साँवरिया के आगे मै ऊबो कर जोड़,
म्हारी गाड़ी तो संभाले रे म्हारो राजा रणछोड़।।
रोकड़ रुपिया कद हाट ना चढ़ायो,
जीवन में नरसी श्याम नाम ही कमायो,
हुंडी नरसी लेरी सिकराजा माखनचोर,
म्हारी गाड़ी तो संभाले रे म्हारो राजा रणछोड़।।
साँवरिया के आगे मै ऊबो कर जोड़,
म्हारी गाड़ी तो संभाले रे म्हारो राजा रणछोड़।।
नरसी री टेर काची निंदा सु जगाई,
झट उठ दौड़े ठाकुर गाँठड़ी उठाई,
जया भजन सुनावे सुने है सिरमौर,
म्हारी गाड़ी तो संभाले रे म्हारो राजा रणछोड़।।
साँवरिया के आगे मैं ऊबो कर जोड़,
म्हारी गाड़ी तो संभाले रे म्हारो राजा रणछोड़।।
Very very beautiful