मेरे कान्हा का जन्मदिन आया,
कि खुशियां मनाएंगे,
झूमेंगे सब नाचेंगे,
और मिलके सभी हम आज़,
धमाल मचाएंगे।।
बृज मण्डल में धूम मची है,
रंगोली हर घर में सजी है,
फूलों की लगा के माल,
खुशबू बिखराएंगे,
मेरे कान्हा का जनमदिन आया,
कि खुशियां मनाएंगे।।
मोर मुकुट की शान है न्यारी,
पंख लगे जिसमें सुखकारी,
लटके लट बड़ी कमाल,
जब यह लहराएंगे,
मेरे कान्हा का जनमदिन आया,
कि खुशियां मनाएंगे।।
मोहन की मोहनी सुरतिया,
मंद सी मुस्कन तोतरी बतियां,
‘श्याम’ सुन सुन होए निहाल,
बली बली जाएंगे,
मेरे कान्हा का जनमदिन आया,
कि खुशियां मनाएंगे।।
मेरे कान्हा का जन्मदिन आया,
कि खुशियां मनाएंगे,
झूमेंगे सब नाचेंगे,
और मिलके सभी हम आज़,
धमाल मचाएंगे।।
रचना एवं स्वर – घनश्याम मिढ़ा।
भिवानी – 9034121523