ओ शंकरा मेरे शिव शंकरा,
बालक मैं तू पिता है,
तुझसे कुछ नही छिपा है,
शंकरा भोलेनाथ भोलेनाथ,
ओ शंकरा मेरें शिव शंकरा,
बालक मैं तू पिता है।।
अंग विभूति गले रुंड माला,
शमशानों का वासी बड़ा दयाला,
गंगा किनारे डेरा ओ लागे,
नन्दी संग तेरे भैरव साजे,
ओ शंकरा मेरें शिव शंकरा,
बालक मैं तू पिता है।।
शरण तुम्हारे जो भी आता,
खाली हाथ कभी ना जाता,
कृपा करो दया करो,
हे शिव शंकर हे अभ्यंकर,
ओ शंकरा मेरें शिव शंकरा,
बालक मैं तू पिता है।।
ओ शंकरा मेरे शिव शंकरा,
बालक मैं तू पिता है,
तुझसे कुछ नही छिपा है,
शंकरा भोलेनाथ भोलेनाथ,
ओ शंकरा मेरें शिव शंकरा,
बालक मैं तू पिता है।।
गायक – जयंत व्यास।
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