रामाधनी रामाधनी,
थाके चरणा में खम्मा घणी,
रामाधनी रामाधनी।।
रुणिचा में बाबा थारो,
देवरीयो भारी,
दर्शन करने आवे,
नर और नारी,
ओ थारी भक्ता पे किरपा घनी,
रामाधनी रामाधनी।।
कलयुग का बाबा थे तो,
देव कहावो,
माता मेनादे का,
लाल सुहावो,
रानी नेतल रा भरतार धनी,
रामाधनी रामाधनी।।
घर घर बाबा थारी,
ज्योत जगावा,
गाँव गाँव थारो,
जम्मो जगावा,
ओ करदे भगता की मनसा पुरी,
रामाधनी रामाधनी।।
रामाधनी रामाधनी,
थाके चरणा में खम्मा घणी,
रामाधनी रामाधनी।।
स्वर व गीत – दिनेश शर्मा।
9423427668