आने जाने वाले जोड़ो,
अपने दोनों हाथ,
ये है बाबा बैजनाथ,
ये है बाबा बैजनाथ।।
आये हो तो नहाओ धोओ,
बाण गंगा के पानी में,
खुशियों के सब रंग भर डालो,
अपनी ज़िंदगानी में,
चूक गए ऐसा करने से,
नही बनेगी बात,
ये है बाबा बैजनाथ,
ये है बाबा बैजनाथ।।
बीच पहाड़ो में आ बैठा,
सबका जीवन दाता,
मन की मुरादे पूरी कर लो,
टेक के अपना माथा,
सारी दुनिया रूठ जाएगी,
बाबा देंगे साथ,
ये है बाबा बैजनाथ,
ये है बाबा बैजनाथ।।
बैजनाथ की पावन धरती,
दुख संकट सबके हरती,
बिना भजन के सारी दुनिया,
तड़प तड़प के है मरती,
करो भजन अनुपम जीवन में,
छाई रहे बहार,
ये है बाबा बैजनाथ,
ये है बाबा बैजनाथ।।
आने जाने वाले जोड़ो,
अपने दोनों हाथ,
ये है बाबा बैजनाथ,
ये है बाबा बैजनाथ।।
प्रेषक – प्रीतम यादव।
8120823027