लाल चोला लाल माँ का,
लाल चोला लाल,
लाल लाल चुनरी में,
मैया दीखे लाल।।
तर्ज – मार दिया जाए।
माँ के हाथों की चूड़ियां भी लाल हैं,
माँ के हाथों की मेहंदी भी लाल है,
तेरे जुड़े में माँ फूल लाल है,
मुखड़ा भी लाल होंठ भी लाल,
मैया तेरे गालों में लाल लाल,
लाल चोला लाल मां का,
लाल चोला लाल,
लाल लाल चुनरी में,
मैया दीखे लाल।।
तेरे मंदिर का रंग भी लाल लाल है,
तेरे मंदिर का कलशा भी लाल है,
तेरे मंदिर का कलशा भी लाल है,
सेंदुर भी लाल फूलबा भी लाल,
मैया तेरे चरणों मे लाल लाल लाल,
लाल चोला लाल मां का,
लाल चोला लाल,
लाल लाल चुनरी में,
मैया दीखे लाल।।
तेरे माथे की बिंदिया भी लाल लाल,
तेरे कानो के बाला भी लाल लाल,
तेरे नाके की नथुनी भी लाल लाल,
जुड़ा भी लाल गजरा भी लाल,
‘राजेन्द्र’ माता रानी का रंग लाल लाल,
लाल चोला लाल मां का,
लाल चोला लाल,
लाल लाल चुनरी में,
मैया दीखे लाल।।
लाल चोला लाल माँ का,
लाल चोला लाल,
लाल लाल चुनरी में,
मैया दीखे लाल।।
गीतकार/गायक – राजेन्द्र प्रसाद सोनी।
8839262340