लग जाएगी लगन धीरे धीरे,
मैया जी से होगा मिलन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें।।
करले भरोसा मैया पे प्यारे,
छोड़ दे झूठे जग के सहारे,
जुड़ जाएगा ये मन धीरे धीरे,
जुड़ जाएगा ये मन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें।।
ज्ञानू सरिका करले समर्पण,
चरणों में कर दे खुद को तू अर्पण,
धड़क उठेगी अगन धीरे धीरे,
धड़क उठेगी अगन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें।।
दिल को लगा ले चरणों में प्यारे,
‘हर्ष’ रहेगी संग ये तुम्हारे,
महसूस होगीं छुअन धीरे धीरे,
महसूस होगीं छुअन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें।।
लग जाएगी लगन धीरे धीरे,
मैया जी से होगा मिलन धीरे धीरे,
मईया जी से होगा मिलन धीरे धीरें।।
स्वर – रजनी जी राजस्थानी।