मैं सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे,
मेरी चिंता मिटा दे तू,
है जहाँ तेरा दर,
एक छोटा सा घर,
वही मेरा बना दे तू,
मै सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे।।
तू सहारा है हारे का बाबा,
देख सब कुछ मैं हारा हुआ हूँ,
मेरे जख्मों पे मरहम लगा दे,
मैं मुकद्दरका मारा हुआ हूँ,
मेरा बैरी जहान और जाऊं कहाँ,
श्याम इतना बता दे तू,
मै सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे।।
शीश चौखट पे तेरी रखा है,
दे दे आशीष ओ शीश दानी,
मेरे आंसू बयाँ कर रहे है,
मेरे हर एक गम की कहानी,
सबको बांटे ख़ुशी,
मेरे होंठो को भी,
मुस्कुराना सिखा दे तू,
मै सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे।।
थाम लेगा तू हाथ मेरा,
जीत जाऊंगा मैं खाटू वाले,
अब तो मेरे भरोसे की नैया,
है मेरे श्याम तेरे हवाले,
दे गए सब दगा,
देर अब ना लगा,
कुछ करिश्मा दिखा दे तू,
मै सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे।।
मैं सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे,
मेरी चिंता मिटा दे तू,
है जहाँ तेरा दर,
एक छोटा सा घर,
वही मेरा बना दे तू,
मै सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे।।
स्वर – कुमार विशु जी।
प्रेषक – ऋषि कुमार विजयवर्गीय।
7000073009
https://youtu.be/56bJ2vM7pQY