दादी झुंझुनू बुलाए,
मेरा मन हर्षाये,
माँ सब पर प्यार लुटाए,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
दादी ने बुलाया है।।
तर्ज – कभी मुझको सताए।
झुंझुनू वाली तेरी शान निराली है,
अपने भक्तों की करती रखवाली है,
चलो चले मिल सब प्यार से,
दादी जी के द्वार पे,
चलो धोक लगाएं,
चलो दर्शन पाए,
माँ सब पर प्यार लुटाए,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
दादी ने बुलाया है।।
सिर पर चुनर तारों वाली सोहे हैं,
दमदम मुखड़ा सबके मन को मोहे हैं,
गल मोतियन के हार हैं,
पग पायल की झंकार है,
माथे बिंदिया लगाए,
हाथ चुड़ा सजाए,
माँ सब पर प्यार लुटाए,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
दादी ने बुलाया है।।
दादी झुंझुनू बुलाए,
मेरा मन हर्षाये,
माँ सब पर प्यार लुटाए,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
दादी ने बुलाया है।।
गायक – मनमोहन राजीव सोनी।
9304348311