भरमायो बिसरायो,
राम को माया में,
गर्भ वास में अल्टो झूल्यो,
वचन भरयो जब आयो,
भरमायों बिसरायो,
राम को माया में।।
पहले भक्ति कबूले,
मां के उधर में झूले,
बाहर आकर सब भूले,
नर तोहे धिक्कार,
माता फूली ना समाए,
बाप धन को लुटाए,
भुआ कुर्ता टोपी लाए,
गाए मंगलाचार,
पाड़ पड़ोसन लाड लडावे,
बहना गोद खिलायो,
भरमायों बिसरायो,
राम को माया में।।
सखा साथियों में खेलें,
सबके धक्का मुक्की झेले,
कभी आपहू धकेले,
कभी माटी धूल खाय,
देखा देखी पढ़ने जाए,
सॉन्ग फिल्मों के गाए,
गाना फिल्मी सुनाएं,
माई बाप शरमाए,
नाते रिश्तेदार जचावे,
ठीक ठिकानों पायो,
भरमायों बिसरायो,
राम को माया में।।
घर में आई सुंदर नारी,
मोहे लागे अति प्यारी,
गोरे अंग की सवारी,
मुंड करे दिन-रात,
रंग संग मैं जमावे,
मिठो मिठो बतलावे,
पिया प्यारे की कसम,
मोहे कछु ना सुहात,
बचपन गई जवानी आई,
फेर बुढापो आयो,
भरमायों बिसरायो,
राम को माया में।।
काया माया पे बिगाड़ी,
चाम बही सारी कारी,
अब तो बोले ना है नारी,
हाले डगमग नाड,
दांत मुख में ना एक
चालें लकड़ी को टेक,
पहले कियो ना विवेक,
जा से मची सारी राड,
सुल्तान सिंह और चरण लाल ने,
एक ही मर्म मिलायो,
भरमायों बिसरायो,
राम को माया में।।
भरमायो बिसरायो,
राम को माया में,
गर्भ वास में अल्टो झूल्यो,
वचन भरयो जब आयो,
भरमायों बिसरायो,
राम को माया में।।
गायक – मनोज कुमार जी।
9785854944