छोड़ कर संसार जब तू जाएगा,
कोई ना साथी तेरा साथ निभाएगा।।
इस पेट भरण की खातिर,
तू पाप कमाता निशदिन,
शमशान में लकड़ी रखकर,
तेरे आग लगेगी इक दिन,
ख़ाक हो जाएगा,
कोई ना साथी तेरा साथ निभाएगा।।
सत्संग की ये गंगा है,
तू इस में लगाले गोता,
वरना संसार से इक दिन,
जाएगा तू भी रोता,
बाद पछतायेगा,
कोई ना साथी तेरा साथ निभाएगा।।
क्यूँ करता तेरा मेरा,
यह चिड़िया रैन बसेरा,
यहाँ कोई ना रहने पाता,
है चंद दिनों का डेरा,
हंस उड़ जाएगा,
कोई ना साथी तेरा साथ निभाएगा।।
गर प्रभु का भजन किया ना,
सत्संग किया ना दो घड़ियाँ,
यमदूत लगाकर तुझको,
ले जाएगा हथकडिया,
कौन छुडाएगा,
कोई ना साथी तेरा साथ निभाएगा।।
सतगुरु शरण में निशदिन,
तू प्रीत लगाले बन्दे,
कट जायेंगे यह तेरे,
जनम जनम के फंदे,
पार हो जाएगा,
कोई ना साथी तेरा साथ निभाएगा।।
छोड़ कर संसार जब तू जाएगा,
कोई ना साथी तेरा साथ निभाएगा।।
Singer – Lalit Mastana