हम भगवा धारी है,
भगवा लहराएंगे,
इस भगवा रंग में ही,
इस भगवा रंग में ही,
दुनियां रंग जायेंगे।।
जो राम के सेवक हैं,
वो राम को ध्याएंगे,
जो राम के सेवक हैं,
वो राम को ध्याएंगे,
जो राम नहीं कहते,
जो राम नहीं कहते,
माटी में मिल जाएंगे।।
दुनिया के मालिक को,
अयोध्या में बिठाया है,
दुनिया के मालिक को,
अयोध्या में बिठाया है,
काशी को सजा करके,
काशी को सजाकर के,
मथुरा को भी सजाएंगे।।
जो कभी नहीं डरते,
अब उन्हें डराएंगे,
जो कभी नहीं डरते,
अब उन्हें डराएंगे,
दुश्मन के घर पर भी,
दुश्मन के घर पर भी,
भगवा लहराएंगे।।
हम राम के वंशज हैं,
हिंदुस्तान हमारा है,
हम राम के वंशज हैं,
हिंदुस्तान हमारा है,
जो राम को ना माने,
जो राम को ना माने,
उनसे मनवा आएंगे,
जो राम को ना माने,
उनसे मनवाएंगे।।
हम भगवा धारी है,
भगवा लहराएंगे,
इस भगवा रंग में ही,
इस भगवा रंग में ही,
दुनियां रंग जायेंगे।।
गायक – पंडित ललित कृष्ण महाराज।
9165641301