दूल्हा बने रंगनाथ,
दुल्हन गोदा प्यारी है,
हां प्यारी है,
शादी के बंधन की तैयारी है।।
किये सोलह सिंगार,
सजी ही गोदा रानी है,
गोदा रानी है,
मंगल गाए सखीया,
मिलन रुत आई है,
दूल्हा बनें रंगनाथ,
दुल्हन गोदा प्यारी है।।
घोड़ी चलेंगे रंगनाथ,
सजे बाराती है,
डोली बैठेगी गोदा माँ,
दुल्हनिया प्यारी है,
जन्मो जन्म का साथ,
है रस्में निभानी है,
सात वचन के साथ,
फेरो की तैयारी है,
दूल्हा बनें रंगनाथ,
दुल्हन गोदा प्यारी है।।
बज रहे झांझ नगाड़े,
और शहनाई प्यारी है,
हम सब करेंगे कन्यादान,
सभी की तैयारी है,
सखिया नाचे दे ताल,
नाचे बाराती है,
नजर उतारे स्वामी जी,
बला ले सारी है,
दूल्हा बनें रंगनाथ,
दुल्हन गोदा प्यारी है।।
रंग जी से बंधी डोर,
जो दिल तक जाती है,
प्यार के बंधन बांधे जाती है,
गोदा के दिल की उमंग,
जो खिल खिल जाती है,
‘मंत्री’ की बगिया महक जाती है,
दूल्हा बनें रंगनाथ,
दुल्हन गोदा प्यारी है।।
दूल्हा बने रंगनाथ,
दुल्हन गोदा प्यारी है,
हां प्यारी है,
शादी के बंधन की तैयारी है।।
भजन गायक – द्वारका मंत्री।
9425047895
लेखक – हर्ष पालीवाल “छोटू”