रहने दो भोले हमे चरणों की छाँव में,
अपने भजन में लगाए रखना,
भोले जी, भोले जी,
रहने दो बाबा हमे चरणों की छाँव में,
अपने भजन में लगाए रखना,
भोले जी, भोले जी।।
तर्ज – ले तो आए हो हमे सपनो के गाँव में
मेरे इस दिल में सदा तेरी लगन हो,
मुख में ऐ भोले दानी तेरे भजन हो,
इसके सिवा दूजी कोई मांग नहीं,
मस्तक झुका ही रहे प्रभु तेरे पाँव में,
अपने भजन में लगाए रखना,
अपने भजन में लगाए रखना,
भोले जी, भोले जी।।
निर्बल अनाथ हूँ मैं मुझको भी तार दो,
डूब रही है ये मेरी नैया उबार लो,
इसके सिवा दूजी कोई चाह नहीं,
लेकर पतवार अब तो आओ मेरी नांव में,
अपने भजन में लगाए रखना,
अपने भजन में लगाए रखना,
भोले जी, भोले जी।।
‘शर्मा’ तुम्हारा है प्रभु इसपे भी ध्यान दो,
‘लख्खा’ को भक्ति का भोले वरदान दो,
इसके सिवा दूजी कोई मांग नहीं,
हार गया हूँ सबकुछ भक्ति के दाव में,
अपने भजन में लगाए रखना,
अपने भजन में लगाए रखना,
भोले जी, भोले जी।।
रहने दो भोले हमे चरणों की छाँव में,
अपने भजन में लगाए रखना,
भोले जी, भोले जी,
रहने दो बाबा हमे चरणों की छाँव में,
अपने भजन में लगाए रखना,
भोले जी, भोले जी।।