आजा आजा मेरे श्याम प्यारे,
दोहा – राह निहारत थक गई अखिया,
बिसर गई सब रेन,
कान्हा तुम आये नहीं,
नीर बहावे मोरे नैन।
प्यारी राधे की अखियों के तारे,
ओ बनवारी ओ ब्रज के दुलारे,
आजा आजा मेरे श्याम प्यारे,
आजा आजा मेरे श्याम प्यारें।।
मैं तो दुनिया से हो गई बेगानी,
अपने मोहन की हो गई दीवानी,
अपने मोहन की हो गई दीवानी,
ओ मेरे मन में बसे प्राण प्यारे,
आजा आजा मेरे श्याम प्यारें।।
तेरे मिलने को यमुना पे आई,
जा छिपे हों कहाँ तुम कन्हाई,
जा छिपे हों कहा तुम कन्हाई,
नैन प्यासे दरस को हमारे,
आजा आजा मेरे श्याम प्यारें।।
मैं तो नाचूंगी हों मतवारी,
तेरी मुरली पे मोहन मुरारी,
तेरी मुरली पे मोहन मुरारी,
मेरे घुंघरू बजे प्यारे प्यारे,
आजा आजा मेरे श्याम प्यारें।।
प्यारी राधे की अखियों के तारे,
ओ बनवारी ओ ब्रज के दुलारे,
आजा आजा मेरे श्याम प्यारें,
आजा आजा मेरे श्याम प्यारें।।
स्वर – दिनेश गोस्वामी जी बरसाना।
Upload – Pt Pankaj Sharma
Agar Mo – 9617897018