फागणियो निड़े आयो सा,
ओ साँवरा,
म्हारे मन में हेत समायो सा,
ओ साँवरा।।
जगमग ज्योत जगाई जी सांवरिया,
कीर्तन में आज पधारो सा,
ओ साँवरा,
फागणियो निडे आयो सा,
ओ साँवरा,
म्हारे मन में हेत समायो सा,
ओ साँवरा।।
रतन सिंघासन बैठो जी सांवरिया,
भगता ने दरश दिखाओ सा,
ओ साँवरा,
फागणियो निडे आयो सा,
ओ साँवरा,
म्हारे मन में हेत समायो सा,
ओ साँवरा।।
फूला को गजरो ल्याया जी सांवरिया,
म्हारो गजरो पैर दिखाओ,
ओ साँवरा,
फागणियो निडे आयो सा,
ओ साँवरा,
म्हारे मन में हेत समायो सा,
ओ साँवरा।।
जादू भरी है श्याम थारी रे मुरलिया,
मीठी सी तान सुनाओ सा,
ओ साँवरा,
फागणियो निडे आयो सा,
ओ साँवरा,
म्हारे मन में हेत समायो सा,
ओ साँवरा।।
छप्पन भोग बणायो जी सांवरिया,
थे रुच रुच भोग लगाओ सा,
ओ साँवरा,
फागणियो निडे आयो सा,
ओ साँवरा,
म्हारे मन में हेत समायो सा,
ओ साँवरा।।
फागण की रुत रंग रंगीली,
होली में में रंग जमाओ सा,
ओ साँवरा,
फागणियो निडे आयो सा,
ओ साँवरा,
म्हारे मन में हेत समायो सा,
ओ साँवरा।।
मिनख जमारो था बिन एडो,
म्हारो जीवन सफल बनाओ सा,
ओ साँवरा,
फागणियो निडे आयो सा,
ओ साँवरा,
म्हारे मन में हेत समायो सा,
ओ साँवरा।।
फागणियो निड़े आयो सा,
ओ साँवरा,
म्हारे मन में हेत समायो सा,
ओ साँवरा।।
गायक – संजू शर्मा जी।