मेरा संकट कटने वाला है,
बजरंगबली की किरपा से,
मेरा संकट कटने वाला हैं,
बजरंगबली की किरपा से,
अब छप्पर फटने वाला है।।
मेरी अर्जी अटकी पड़ी वहाँ,
अब जाकर उसकी नजर पड़ी,
जल्दी से जल्दी मेरा भी,
जल्दी से जल्दी मेरा भी,
अब सौदा पटने वाला है,
बजरंगबली की किरपा से,
अब छप्पर फटने वाला है।।
मेरी अर्जी पढ़कर धीरे से,
मेरे हनुमान जी मुस्काए,
मैं समझ गया अब मेरा भी,
मैं समझ गया अब मेरा भी,
वो नसीब बदलने वाला है,
बजरंगबली की किरपा से,
अब छप्पर फटने वाला है।।
भक्ति और शक्ति हाथों में,
और दौलत इनके चरणों में,
सर रख दिया इनकी चोखट पर,
सर रख दिया इनकी चोखट पर,
मुझे सब कुछ मिलने वाला है,
बजरंगबली की किरपा से,
अब छप्पर फटने वाला है।।
वो सुखी रहेगा जीवन भर,
और मौज करेगा घड़ी घड़ी,
हनुमान के चरणों में रहकर,
हनुमान के चरणों में रहकर,
जो इसको रटने वाला है,
बजरंगबली की किरपा से,
अब छप्पर फटने वाला है।।
मेरा संकट कटने वाला है,
बजरंगबली की किरपा से,
मेरा संकट कटने वाला हैं,
बजरंगबली की किरपा से,
अब छप्पर फटने वाला है।।
गायक – मनीष तिवारी।