गिरधर तेरे चरणों में,
हर सांस गुज़र जाए,
जिस सांस तुझे भूलूँ,
वो सांस ठहर जाए,
गिरधर तेरे चरणो में,
हर सांस गुज़र जाए।।
सब छोड़ के मोह माया,
एक तुझ संग प्यार रहे,
दुनिया का भरोसा क्या,
तेरा एतबार रहे,
एक तू ही तो है अपना,
बन के ना मुकर जाए,
जिस सांस तुझे भूलूँ,
वो सांस ठहर जाए,
गिरधर तेरे चरणो में,
हर सांस गुज़र जाए।।
तुझे चाहने वाले को,
चाहत ना रही कोई,
तुझे भूलने वाले को,
राहत ना रही कोई,
तुझे पाकर भुला दे जो,
इंसान वो किधर जाए,
जिस सांस तुझे भूलूँ,
वो सांस ठहर जाए,
गिरधर तेरे चरणो में,
हर सांस गुज़र जाए।।
मुझे तेरा सहारा है,
मैं और किधर जाऊं,
तू है तो ‘विवेक’ भी है,
बिन तेरे मैं मर जाऊं,
क्या मोल शरीरों के,
गर आत्मा मर जाए,
जिस सांस तुझे भूलूँ,
वो सांस ठहर जाए,
गिरधर तेरे चरणो में,
हर सांस गुज़र जाए।।
गिरधर तेरे चरणों में,
हर सांस गुज़र जाए,
जिस सांस तुझे भूलूँ,
वो सांस ठहर जाए,
गिरधर तेरे चरणो में,
हर सांस गुज़र जाए।।
Singer – Devendra Panwar