भेरुजी प्रकटिया प्रगटिया,
नदी गोमती माय,
परचो दिखायो,
जुग में आईने हो जिओ।।
भेरू जी होया होया तेजो बा री लार,
थाने चुनाया घर रे मायने हो जिओ,
भेरुजी प्रगटिया प्रगटिया,
नदी गोमती माय,
परचो दिखायो,
जुग में आईने हो जिओ।।
भदेसर चौथी पीढ़ी पे आया आप,
रूपा ने सताया गणा आय ने हो जिओ,
भेरुजी प्रगटिया प्रगटिया,
नदी गोमती माय,
परचो दिखायो,
जुग में आईने हो जिओ।।
भेरू जी नाका सु खून गिराया आप,
चुहला में दबाया रूपा लाल ने हो जिओ,
भेरुजी प्रगटिया प्रगटिया,
नदी गोमती माय,
परचो दिखायो,
जुग में आईने हो जिओ।।
अनदाता भोपा बनाया तेजा आप,
चलते भुत होया थारी लार ने हो जिओ,
भेरुजी प्रगटिया प्रगटिया,
नदी गोमती माय,
परचो दिखायो,
जुग में आईने हो जिओ।।
भेरू जी भुत बोले भोपा ने आय,
मारी पूजा भेरू रे साथ में हो जिओ,
भेरुजी प्रगटिया प्रगटिया,
नदी गोमती माय,
परचो दिखायो,
जुग में आईने हो जिओ।।
भोपा जी चले चले गांव पाणून्द माय,
भेरू आमलिया संग में होवया हो जिओ,
भेरुजी प्रगटिया प्रगटिया,
नदी गोमती माय,
परचो दिखायो,
जुग में आईने हो जिओ।।
आमलिया गाय रे खुटे सु चाल्या लार,
ऊँचा मंगरी पे बैठा साथ में हो जिओ,
भेरुजी प्रगटिया प्रगटिया,
नदी गोमती माय,
परचो दिखायो,
जुग में आईने हो जिओ।।
भेरू जी भजन केउ सुनो ध्यान लगाय,
धरम तंवर थाने गाविया हो जिओ,
भेरुजी प्रगटिया प्रगटिया,
नदी गोमती माय,
परचो दिखायो,
जुग में आईने हो जिओ।।
भेरुजी प्रकटिया प्रगटिया,
नदी गोमती माय,
परचो दिखायो,
जुग में आईने हो जिओ।।
गायक / लेखक – धर्मेंद्र तंवर।
9829202569