दरबार तेरा सांवरे,
छूटे कभी नहीं,
आता रहूं ये सिलसिला,
टूटे कभी नहीं,
दरबार तेरा साँवरे।।
तर्ज – मिलती है जिंदगी में।
देखें – तेरा दरबार ओ बाबा।
साँसे चले ये जब तलक,
आता रहूं यहाँ,
कदमो में तेरे सांवरे,
बसता मेरा जहान,
अरमानो की ये डोरिया,
टूटे कभी नहीं
आता रहूं ये सिलसिला,
टूटे कभी नहीं,
दरबार तेरा साँवरे।।
इस झूठी दुनियादारी की,
अब चाह ना मुझे,
चाहे रूठ जाए जग कोई,
परवाह ना मुझे,
पर मुझसे मेरा सांवरा,
रूठे कभी नहीं,
आता रहूं ये सिलसिला,
टूटे कभी नहीं,
दरबार तेरा साँवरे।।
मेरे सांवरे पसंद मुझे,
तेरी ये बंदगी,
तेरे नाम के सहारे है,
‘कुंदन’ ये ज़िन्दगी,
ये अपनी प्रेम गागरी,
फूटे कभी नहीं,
आता रहूं ये सिलसिला,
टूटे कभी नहीं,
दरबार तेरा साँवरे।।
दरबार तेरा सांवरे,
छूटे कभी नहीं,
आता रहूं ये सिलसिला,
टूटे कभी नहीं,
दरबार तेरा साँवरे।।
Singer – Sakshi Agarwal