यहाँ बनता नसीबा सभी का,
जो भी आया यहाँ,
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
yaha banta naseeba sabhi ka lyrics
तर्ज – हम तुम्हे चाहते है ऐसे।
सारे जग से निराला ये दर है,
ऐसी चौखट है ये,
जहाँ भरता है दामन सभी का,
यहां बनता नसीबा सभी का,
जो भी आया यहाँ,
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
कैसी महिमा है कैसा है जादू,
जो भी इसका हुआ,
ये भी होके रहा बस उसी का,
यहां बनता नसीबा सभी का,
जो भी आया यहाँ,
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
यहाँ रोते हुए जो भी आते,
वो ही ले जाते हैं,
एक खज़ाना यहाँ से ख़ुशी का,
यहां बनता नसीबा सभी का,
जो भी आया यहाँ,
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
मैंने जीवन में जो कुछ भी पाया,
वो ही इसका दिया,
ये ही कहना है इसके ‘रवि’ का,
यहां बनता नसीबा सभी का,
जो भी आया यहाँ,
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
यहाँ बनता नसीबा सभी का,
जो भी आया यहाँ,
वो ही होके रहा बस यहीं का।।
Singer – Hari Kishan Sharma