ब्रज के नंदलाला,
श्री राधा जी के सांवरिया,
सब दुःख दूर हुए,
जबसे तेरा नाम लिया।।
मीरा पुकारे तुझे,
गिरधर गोपाला,
बन गया अम्रतमय,
विष का भरा प्याला,
कौन मिटाए उसे,
जिसने तेरा नाम लिया,
सब दुःख दूर हुए,
जब से तेरा नाम लिया।।
जब तेरे गोकुल पर,
आई विपदा भारी,
एक इशारे में,
सारी विपदा टाली,
उठा लिया गोवर्धन,
उंगली पर थाम लिया,
सब दुःख दूर हुए,
जब से तेरा नाम लिया।।
मन में श्याम बसे,
मन में गिरधारी,
सुध बिसरा ही गई,
धुन मुरली की प्यारी,
मेरे मन मंदिर में,
रास रचो रसिया,
सब दुःख दूर हुए,
जब से तेरा नाम लिया।।
ब्रज के नंदलाला,
श्री राधा जी के सांवरिया,
सब दुःख दूर हुए,
जब से तेरा नाम लिया।।
गायक / प्रेषक – योगेश्वरी अंकुर।
(9719106321)