ओ बाबोसा मेहर करो,
मेरे सिर पर हाथ धरो,
दुख संकट सारे हरो,
थोड़ी कृपा की नजर करो,
अरज मेरी स्वीकार करो,
मन मंदिर में वास करो,
ओ बाबोसा महर करो,
मेरे सिर पर हाथ धरो।।
मुझे तेरा सहारा है,
अब दुनिया से क्या लेना,
यही मांगु मैं बस तुमसे,
जगह चरणों मे देना,
मुझको अपना प्यार दो,
जीवन मेरा संवार दो,
नजरे करम एक बार करो,
इतना सा उपकार करो,
ओ बाबोसा महर करो,
मेरे सिर पर हाथ धरो।।
अर्जी मेरी मर्जी तेरी,
मुझे तारो न तारो,
मैं जैसी हूँ हाँ तेरी हूँ,
प्रभु बस है तू म्हारो,
‘दिलबर’ मुझसे न रूठे,
प्रीत की डोर न टुटे,
छगनी नदंन ध्यान धरो,
‘रिया’ की आशा पूरी करो,
ओ बाबोसा महर करो,
मेरे सिर पर हाथ धरो।।
ओ बाबोसा मेहर करो,
मेरे सिर पर हाथ धरो,
दुख संकट सारे हरो,
थोड़ी कृपा की नजर करो,
अरज मेरी स्वीकार करो,
मन मंदिर में वास करो,
ओ बाबोसा महर करो,
मेरे सिर पर हाथ धरो।।
गायिका – रिया जैन।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन, म.प्र. 9907023365