बता मेरे भोले बाबा रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं।।
तर्ज – बता मेरे यार सुदामा रे।
हरिद्वार में हर की पौड़ी,
गऊ मुख से ये गंगा बह री,
हरिद्वार में हर की पौड़ी,
गऊ मुख से ये गंगा बह री,
ना मिलता गंग किनारा रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं,
बता मेरे भोलें बाबा रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं।।
गंगा जी में गोते लाए,
नीलकंठ तेरे दर्शन पाए,
गंगा जी में गोते लाए,
नीलकंठ तेरे दर्शन पाए,
ये है सौभाग्य हमारा रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं,
बता मेरे भोलें बाबा रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं।।
ऋषिकेश का देखो नजर,
लक्ष्मण झूला कितना प्यारा,
ऋषिकेश का देखो नजारा,
लक्ष्मण झूला कितना प्यारा,
ये हाले अजब निराला रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं,
बता मेरे भोलें बाबा रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं।।
कृष्ण पंवार भजन बनावे,
डिंपल महिमा गाना चावे,
कृष्ण पंवार भजन बनावे,
डिंपल महिमा गाना चावे,
गुरु का लिया सहारा रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं,
बता मेरे भोलें बाबा रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं।।
बता मेरे भोले बाबा रे,
तेरी कैसे महिमा गाऊं।।
स्वर – डिम्पल ठाकुर।
प्रेषक – पुष्पेंद्र सिंह ठाकुर।
9540802131