तने पूछूं पंडित जोशी,
मारो राम मिलन कब होसी।।
मारी आंख फरुके बायीं,
माने संत मिले के सांई,
मारा पिया प्रदेशा छाया,
किन बेरण ने भिलमाया,
तने पूछू पंडित जोशी,
मारो राम मिलन कब होसी।।
मारी रोय रोय अंखिया राती,
मारो तन दिवलो मन बाती,
मारा झुर झुर पिंजर खिना,
ज्यूं जल बिना तड़पे मीना,
तने पूछू पंडित जोशी,
मारो राम मिलन कब होसी।।
उड़ उड़ रे काला कागा,
मारे पिया ने गणा दिन लागा,
बाजिन्दों फिरे बिसूरे,
मारी आस हरि कद पूरे,
तने पूछू पंडित जोशी,
मारो राम मिलन कब होसी।।
तने पूछूं पंडित जोशी,
मारो राम मिलन कब होसी।।
गायक – संत श्री सुखदेवजी महाराज।
प्रेषक – रमेश सोनी बिलाड़ा।
7891195052
बहुत बढ़िया भजन है सा