मेरी विनती सुनो हनुमान,
धरु मैं तेरा ध्यान,
पवन के प्यारा,
अंजनी के लाल दुलारा।।
शिर मुकुट गले फुलमाला,
श्री लाल लंगोटे वाला,
कानों में कुंडल तेज,
भान उजियाला,
अंजनी के लाल दुलारा।।
शिव शंकर के अवतारी,
श्री रामजी के आज्ञाकारी,
पवन पुत्र बलवान,
तेज अति भारा,
अंजनी के लाल दुलारा।।
अहिरावण मार गिराए,
लक्ष्मण के प्राण बचाए,
राम के भक्त सुजान,
किया निस्तारा,
अंजनी के लाल दुलारा।।
नित नाम रटू मैं तेरा,
दुख संकट हरियो मेरा,
कह अणतू करो कल्याण,
भक्त में तुम्हारा,
अंजनी के लाल दुलारा।।
मेरी विनती सुनो हनुमान,
धरु मैं तेरा ध्यान,
पवन के प्यारा,
अंजनी के लाल दुलारा।।
गायक – गुलाब नाथ जी।
प्रेषक – सुभाष सारस्वा काकड़ा।
9024909170