हर ग्यारस की रात को,
बाबा को बुलाएंगे,
बाबा को बुलाएंगे,
हृदय में बसायेंगे।।
देखे – ग्यारस की ग्यारस हर बार।
बाबा तेरे स्वागत में,
पलके भी बिछाई है,
घर के हर कोने में,
कलियाँ भी सजाई है,
तेरे चरणों में बाबा,
हम सर को झुकायेंगे,
बाबा को बुलाएंगे,
हृदय में बसायेंगे।।
चन्दन की चौकी पर,
तेरा आसन सजाया है,
तेरी सांवली सूरत को,
नैनो में बसाया है,
तेरे नाम के बाबा जी,
जयकारे लगाएंगे,
बाबा को बुलाएंगे,
हृदय में बसायेंगे।।
लिख लिख कर ‘नरेश’ भजन,
प्रेमियों को सुनाएगा,
मस्ती में झूम झूम कर,
‘बाबा’ भी गायेगा,
तेरी ज्योत जगाकर हम,
हर पल निहारेंगे,
बाबा को बुलाएंगे,
हृदय में बसायेंगे।।
हर ग्यारस की रात को,
बाबा को बुलाएंगे,
बाबा को बुलाएंगे,
हृदय में बसायेंगे।।
Singer – Bawa Ji Verma
Jaishreeshyamji