माता गौरा के लाल,
तुम्हे आना पड़ेगा,
देवा आ करके लाज को,
निभाना पड़ेगा,
मैया गौरा के लाल,
तुम्हे आना पड़ेगा।।
सबसे पहले तुमको मनाऊ,
देवा आ करके आसन,
लगाना पड़ेगा,
मैया गौरा के लाल,
तुम्हे आना पड़ेगा।।
मेरी नय्या भंवर में,
डूबी जा रही,
मेरी नय्या को पार,
लगाना पड़ेगा,
मैया गौरा के लाल,
तुम्हे आना पड़ेगा।।
नारद शारद तुमको ध्यावे,
देवा लड़वन का भोग,
लगाना पड़ेगा,
मैया गौरा के लाल,
तुम्हे आना पड़ेगा।।
सूरदास प्रभु तुम्हरे मिलन को,
भव सागर से नाव को,
तिराना पड़ेगा,
मैया गौरा के लाल,
तुम्हे आना पड़ेगा।।
माता गौरा के लाल,
तुम्हे आना पड़ेगा,
देवा आ करके लाज को,
निभाना पड़ेगा,
मैया गौरा के लाल,
तुम्हे आना पड़ेगा।।
गायक – ललित जी महाराज।
प्रेषक – घनश्याम बागवान सिद्दीकगंज।
7879338198