लक्ष्मी मैया मेरी अर्जी सुन लीजिए,
हमको भक्ति का वरदान दे दीजिए,
मैया आ जाइए माता आ जाइए,
अब नहीं देर माता ज़रा कीजिए,
हम करें माँ तुम्हारी सदा वंदना,
प्रार्थना मां हमारी भी सुन लीजिए।।
अपने भक्तों की करती हो रक्षा सदा,
हम दीनों पे भी मां दया कीजिए,
जो भी आता है दर पे मां लेती शरण,
मैया हमको भी अपनी शरण लीजिए,
मैया हरती हो भक्तों के कष्ट सभी,
मां हमारे भी कष्टों को हर लीजिए।।
मां तुम्हीं भक्ति हो मां तुम्हीं शक्ति हो,
हमको भक्ति और शक्ति मां दे दीजिए,
तुमने भक्तों को भव से भी तारा है मां,
पार भव से हमें भी मां कर दीजिए,
सबको भक्ति मिले सबको मुक्ति मिले,
ऐसा वरदान मां सबको दे दीजिए।।
कोई रोटी को तरसे नहीं मां कभी,
सबके भंडार भरपूर भर दीजिए,
चाहें न मां खजाने कभी आपसे
अपने चरणों की सेवा मां दे दीजिए,
मां के चरणों की ज्योति से रोशन जहां,
घर सभी का मां उजियार कर दीजिए।।
कीजिए कीजिए मां दया कीजिए,
आज हमपे भी मैया दया कीजिए,
जिसने मांगा है जो तुमने उसको दिया,
झोली भक्ति से मेरी भी भर दीजिए,
कैसे आएं द्वारे पे हम आपके,
रस्ता ‘शिव’ को मां कोई दिखा दीजिए।।
लक्ष्मी मैया मेरी अर्जी सुन लीजिए,
हमको भक्ति का वरदान दे दीजिए,
मैया आ जाइए माता आ जाइए,
अब नहीं देर माता ज़रा कीजिए,
हम करें माँ तुम्हारी सदा वंदना,
प्रार्थना मां हमारी भी सुन लीजिए।।
गायिका – उर्वशी सिन्हा।
लेखक / प्रेषक – शिवनारायण जी वर्मा।
7987402880