खाटू की गलियों में धूम मची है,
देखो जन्मदिन आया मेरे श्याम का,
मेरे श्याम की नगरी खूब सजी है,
देखो जनमदिन आया मेरे श्याम का।।
सजधज के मेरा खाटू वाला,
लगता प्यारा प्यारा,
सदके जाऊं उन हाथो पे,
जिसने इसे संवारा,
जिधर भी देखो बड़ा गजब का,
लगता आज नज़ारा,
स्वर्ग से सुंदर लगता मेरे,
श्याम धनी का द्वारा,
पूरी दुनिया श्याम के रंग में रंगी है,
देखो जनमदिन आया मेरे श्याम का।।
सांवरिया संग धूम मचाने,
प्रेमी श्याम के आए,
आकर खाटू श्याम दीवाने,
रंग मस्ती का जमाए,
मावे और मिश्री का केक,
कोई श्याम को भोग लगाए,
चटखारे ले ले कर मेरा,
सांवरिया केक खाए,
श्याम नाम की मस्ती ऐसी चढ़ी है,
देखो जनमदिन आया मेरे श्याम का।।
जनम उत्सव के इस अवसर पे,
अजब खुमारी छाई,
कार्तिक ग्यारस की सब मिलकर,
देने आए बधाई,
महफ़िल श्याम ने भक्तो खातिर,
बड़ी ही प्यारी सजाई,
कोई रिझाए भजन सुना कर,
कोई बांटे मिठाई,
‘कुंदन’ खुशियों की यहां लगती झड़ी है,
देखो जनमदिन आया मेरे श्याम का।।
खाटू की गलियों में धूम मची है,
देखो जन्मदिन आया मेरे श्याम का,
मेरे श्याम की नगरी खूब सजी है,
देखो जनमदिन आया मेरे श्याम का।।
Singer – Aman Saraf