मेरे साथ रहते है,
श्री बाबोसा बनके साया,
मेरे संग हर दम।।
तर्ज – बड़े अच्छे लगते है।
हर दिन हर पल बाबा मेरी,
झोली में खुशियां देता,
आये जो सर पे मेरे संकट,
पल भर में हर लेता,
हर संकट टलते है,
तेरे नाम से तेरे जाप से,
तेरे भजन से,
मेरे साथ रहते हैं,
श्री बाबोसा बनके साया,
मेरे संग हर दम।।
धीरे धीरे होले होले,
सर पे ये हाथ फेरे,
ऐसा लगता जन्मों से है हम,
बाबोसा संग तेरे,
प्यार सदा करते हो,
एक माँ की एक पिता की,
तरह बाबा करते तुम,
मेरे साथ रहते हैं,
श्री बाबोसा बनके साया,
मेरे संग हर दम।।
सदियों पुराना है ये रिश्ता,
मुझको तो ऐसा लागे,
तुमने इतना प्यार दिया है,
‘दिलबर’ अब क्या मांगे,
बड़े अच्छे लगते है,
ये तारे नजारे ये चंदा,
बाबा तुम,
मेरे साथ रहते हैं,
श्री बाबोसा बनके साया,
मेरे संग हर दम।।
मेरे साथ रहते है,
श्री बाबोसा बनके साया,
मेरे संग हर दम।।
गायिका – दिव्यांशी बाम्बीवाल।
लेखक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365