जब भी याद करूँ तो,
आना दौड़ के,
संकट में ना जाना,
हमको छोड़ के,
ना जाना छोड़ के,
ना जाना छोड़ के,
जब भी याद करूं तो,
आना दौड़ के,
संकट में ना जाना,
हमको छोड़ के।bd।
संकट मोचन कहलाते हो,
पवन पुत्र बजरंगबली,
काम असंभव कर जाते हो,
तेरी जय जय हो बजरंगबली,
हमसे रखना हरदम,
रिश्ता जोड़ के,
संकट में ना जाना,
हमको छोड़ के,
जब भी याद करूं तो,
आना दौड़ के,
संकट में ना जाना,
हमको छोड़ के।bd।
राम प्रभु के प्यारे प्यारे,
सिर पर रख दो हाथ हमारे,
जीवन नैया तेरे हवाले,
रोज करे गुणगान तुम्हारे,
‘लहरी’ हमसे जाना ना,
मुंह मोड़ के,
संकट में ना जाना,
हमको छोड़ के,
जब भी याद करूं तो,
आना दौड़ के,
संकट में ना जाना,
हमको छोड़ के।bd।
जब भी याद करूँ तो,
आना दौड़ के,
संकट में ना जाना,
हमको छोड़ के,
ना जाना छोड़ के,
ना जाना छोड़ के,
जब भी याद करूं तो,
आना दौड़ के,
संकट में ना जाना,
हमको छोड़ के।bd।
स्वर – उमा लहरी जी।