कहते सभी मैं श्याम प्रेमी,
होता वही है श्याम प्रेमी,
जो सच की राह चलकर दिखाए,
छोटे बड़ो में ना फर्क लाए,
ऐसे बनो तुम श्याम प्रेमी,
बोलो सभी हम श्याम प्रेमी।।
देखे – श्याम प्रेमियों आपस में प्रेम करो।
तुम आज खुद से ये इक वादा करलो,
झूठे दिखावे कभी ना करोगे,
जितना भरोसा है तुमको प्रभु पर,
उतना भरोसा है श्याम को तुम पर,
ऐसे बनों तुम श्याम प्रेमी,
बोलो सभी हम श्याम प्रेमी।।
आलू सिंह नरसी और करमा के जैसे,
क्या हमने श्याम को ऐसे रिझाया,
जितनी कृपा थी इन भक्तों पे उनकी,
क्या ऐसी किरपा है हम पे प्रभु की,
ऐसे बनों तुम श्याम प्रेमी,
बोलो सभी हम श्याम प्रेमी।।
पांखड़ियों वक़्त है तुम संभल लो,
झूठी कहानी ना सबको सुनाओ,
जैसी कृपा मेरे श्याम बरसाते,
वैसी कृपा क्यूँ ना देख पाते,
खुद की ईर्ष्या बन्द करो तुम,
सच्चा नाता जोड़ लो तुम,
ऐसे बनों तुम श्याम प्रेमी,
बोलो सभी हम श्याम प्रेमी।।
कहते सभी मैं श्याम प्रेमी,
होता वही है श्याम प्रेमी,
जो सच की राह चलकर दिखाए,
छोटे बड़ो में ना फर्क लाए,
ऐसे बनो तुम श्याम प्रेमी,
बोलो सभी हम श्याम प्रेमी।।
गायक / प्रेषक – अमरकान्त मिश्रा।
9414580661