एजी भाग मेरा चोका रे,
सतगुरु जी मिलिया,
आ गया मौका रे,
भाग मेरा चोका रे।।
बहुत दिना से भटकत भटकत,
भव में खाया झोंका रे,
मेहर करी गुरुदेव स्वामी,
मन विसियो से रोका रे,
भाग मेरा चोका रे।।
अशुभ कर्म ने कर कर नाना,
यू नी बाही नोखा रे,
जगत छोड़ चला निज अपना,
आनन्द आया अनोखा रे,
भाग मेरा चोका रे।।
डूब रयो भवसागर माही,
सतगुरु लाया नोका रे,
वो अधिकारी बैठ्यो जहाज मे,
मिट गया धोका रे,
भाग मेरा चोका रे।।
सतगुरु आये भक्ति लाये,
मिट गया कर्मा का टोटा रे,
ज्ञानानंद शरण सतगुरु की,
मुक्ति का मिलिया मौका रे,
भाग मेरा चोका रे।।
एजी भाग मेरा चोका रे,
सतगुरु जी मिलिया,
आ गया मौका रे,
भाग मेरा चोका रे।।
गायक – हेमराज सैनी।
लेखक – देव नागर।
9602975104