श्याम तेरी पूजा में,
मुझे भी बुला लेना,
काबिल नहीं हूँ फिर भी,
मुझे ना भुला देना।।
बिगड़ी बनाई बाबा,
भक्तों की तुमने,
पूरे किए है उनके,
मन में थे जो सपने,
मुझपे भी कृपा थोड़ी,
बाबा बरसा देना,
काबिल नहीं हूँ फिर भी,
मुझे ना भुला देना।।
भक्तों का तेरे बाबा,
खाटू में लगता मेला,
कहते हैं भक्त सारे,
तेरा अजब खैला,
बाबा अपने दर पे,
मुझे भी बुला लेना,
काबिल नहीं हूँ फिर भी,
मुझे ना भुला देना।।
तेरे दर पे आए जो भी,
जाता नहीं वो खाली,
यह मैं नहीं हूं कहता,
कहता है हर सवाली,
बाबा चरणों में अपने,
‘शिव’ को अपना लेना।।
श्याम तेरी पूजा में,
मुझे भी बुला लेना,
काबिल नहीं हूँ फिर भी,
मुझे ना भुला देना।।
गायक – अमित सिंह।
लेखक / प्रेषक – शिवनारायण जी वर्मा।
7987402880