जबसे मिला,
तेरा प्यार बाबोसा,
मैंने जीवन दिया,
तुझपे वार बाबोसा,
जब से मिला,
तेरा प्यार बाबोसा।।
कोई नही था जब सहारा,
न कोई थी मंजिल,
मेरी ये जीवन नैया,
खोज रही थी साहिल,
तूने थामी हाथो में,
पतवार बाबोसा,
जब से मिला,
तेरा प्यार बाबोसा।।
जबसे बरस रही बाबोसा,
मुझपे तेरी रहमत,
बिन मांगे ही मिल रही है,
दुनिया की हर दौलत,
खुशियो का मिला,
संसार बाबोसा,
जब से मिला,
तेरा प्यार बाबोसा।।
दरबार ये बाबोसा का ‘दिलबर’,
लगता स्वर्ग के जैसा,
मंजू बाईसा के रूप में,
दर्श दिखाये श्री बाबोसा,
भक्तो का तू ही,
पालनहार बाबोसा,
जब से मिला,
तेरा प्यार बाबोसा।।
जबसे मिला,
तेरा प्यार बाबोसा,
मैंने जीवन दिया,
तुझपे वार बाबोसा,
जब से मिला,
तेरा प्यार बाबोसा।।
गायक – मनीष भट्ट मुम्बई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’
नागदा जक्शन म.प्र.
9907023365