खाटू से आयो बाबा श्याम,
देखो कीर्तन में,
कीर्तन में देखो कीर्तन में,
खाटू से आयों बाबा श्याम,
देखो कीर्तन में।।
भक्तों ने दरबार सजाया,
प्रेम भाव का गजरा बनाया,
पहरयो है बाबो श्याम,
देखो कीर्तन में,
कीर्तन में देखो कीर्तन में,
खाटू से आयों बाबा श्याम,
देखो कीर्तन में।।
लीले सोहे श्याम बिहारी,
लीले री तो मस्ती न्यारी,
नाचेगो छम छम आज,
देखो कीर्तन में,
कीर्तन में देखो कीर्तन में,
खाटू से आयों बाबा श्याम,
देखो कीर्तन में।।
बाबा की मुस्कान निराली,
सबकी भरेगो झोली खाली,
आज लुटेगो माल,
देखो कीर्तन में,
कीर्तन में देखो कीर्तन में,
खाटू से आयों बाबा श्याम,
देखो कीर्तन में।।
‘नन्दू’ है भगता के सागे,
किस्मत से बाबा के आगे,
कह देगो मनड़े री बात,
देखो कीर्तन में,
कीर्तन में देखो कीर्तन में,
खाटू से आयों बाबा श्याम,
देखो कीर्तन में।।
खाटू से आयो बाबा श्याम,
देखो कीर्तन में,
कीर्तन में देखो कीर्तन में,
खाटू से आयों बाबा श्याम,
देखो कीर्तन में।।
स्वर / रचना – नंदू जी शर्मा।
प्रेषक – सक्षम गोयल।