बाडिया वालो श्याम,
आज कृपा करग्यो,
मैं तो सोयो नींद में,
ऐलान करग्यो।।
चोरी चोरी चुपके चुपके,
आयो बाबो रात मे,
मुख पे हसी थी वाके,
मुरली थी हाथ में,
अरे देखी वाकी सूरत,
मु पगा पड़ग्यो,
बाडिया वालों श्याम,
आज कृपा करग्यो।।
अरे मोर मुकट हो,
सोर मूरत हि,
नैना गजरो भारी सा,
अरे पाव पेजनिया,
गले पेजनया,
श्याम कृपा धन धारी सा,
जद हो गयी नजरें चार,
सूद मारी हर गयो,
बाडिया वालों श्याम,
आज कृपा करग्यो।।
अरे सिकर मंदिरयो प्यारो,
धजा उड़े आसमान जी,
साचे मन सु जो कोई गावे,
अर्जी लगावे आन जी,
अरे या भागता काम,
फटा फट करग्यो,
बाडिया वालों श्याम,
आज कृपा करग्यो।।
अरे कलयुग को अवतारी,
बाबो हे बाडिया को श्याम जी,
सब सु प्यारो सब सु न्यारो,
ज्यू वृन्दावन धाम जी,
अरे सब भगता के,
हिवड़ा मे बसग्यो,
बाडिया वालों श्याम,
आज कृपा करग्यो।।
अरे गणि गणि हे महिमा थकी,
गणो कियो बखान जी,
पारासर नरेंदर लिखे,
नरेश करे गुणगान जी,
अरे दर्सन सु प्रजापत का,
भाग खुलग्या,
बाडिया वालों श्याम,
आज कृपा करग्यो।।
बाडिया वालो श्याम,
आज कृपा करग्यो,
मैं तो सोयो नींद में,
ऐलान करग्यो।।
गायक – नरेश प्रजापत।
प्रेषक – शम्भू कुमावत दौलतपुरा।
9981101560