रो रो के पुकारूँ तुझे,
एक बार तो आ जाओ,
मेरी अखियां प्यासी है,
आके दरश दिखा जाओ,
रो रो के पुकारूँ तुझे,
एक बार तो आ जाओ।।
तर्ज – ऐ मेरे दिले नादाँ।
अपनों ने मुझे बाबा,
हर पल ठुकराया है,
जब पड़ी मुसीबत में,
कोई काम ना आया है,
हारे के सहारे तुम,
मेरा साथ निभा जाओ,
मेरी अखियाँ प्यासी है,
आके दरश दिखा जाओ,
रो रो के पुकारूँ तुझे,
एक बार तो आ जाओ।।
तूफा में है कश्ती,
बड़ी दूर किनारा है,
मुझको है तेरी आस,
मुझे तेरा सहारा है,
माझी बनकर बाबा,
मुझे पार लगा जाओ,
मेरी अखियाँ प्यासी है,
आके दरश दिखा जाओ,
रो रो के पुकारूँ तुझे,
एक बार तो आ जाओ।।
विश्वास जो तुम पर है,
इसे टूटने ना देना,
जब तक मेरे तन में है प्राण,
दर छूटने ना देना,
‘साक्षी’ है शरण तेरी,
संताप मिटा जाओ,
मेरी अखियाँ प्यासी है,
आके दरश दिखा जाओ,
रो रो के पुकारूँ तुझे,
एक बार तो आ जाओ।।
रो रो के पुकारूँ तुझे,
एक बार तो आ जाओ,
मेरी अखियां प्यासी है,
आके दरश दिखा जाओ,
रो रो के पुकारूँ तुझे,
एक बार तो आ जाओ।।
Singer – Sagar Singhal