हार के आए जो तेरी शरण,
ले ले अपनी ओट में,
मेरा बागड़ वाला काम करे,
डंके की चोट पे।।
बागड़ में के धर राख्या,
जो नशा कसूता हो ज्या सै,
एक बार जो बागड़ा आजा,
बाबा का ही हो जा से,
काम तेरा ना बणे यहां पे,
जो तेरे दिल में खोट से,
मेरा बागड़ वाला काम करें,
डंके की चोट पे।।
बागड़ का यो दर भक्तों,
करता वारे न्यारे सै,
जो जग से हारा बाबा,
वो बस तेरे सहारे से,
दिल से करूँ शुकर तेरा,
तू खड्या सपोर्ट में,
मेरा बागड़ वाला काम करें,
डंके की चोट पे।।
चाँद भी फीका लागे बाबा,
जबसे देख्या रूप तेरा,
नोमी में दुल्हन सा सजता,
सजता बागड़ देश तेरा,
मोरछड़ी का झाड़ा भक्तो,
कर दे मौज से,
मेरा बागड़ वाला काम करें,
डंके की चोट पे।।
हार के आए जो तेरी शरण,
ले ले अपनी ओट में,
मेरा बागड़ वाला काम करे,
डंके की चोट पे।।
Singer – Amit Sunny Nath & Party
Upload By – Aman Jogi
9050930398