म्हारी मायड़ मोतिया वाली,
थे हो जसोल की धनयानी,
थारे देवरे में आया थारा जातरी।।
देखे – मेहंदी राचण लागी हाथा में माजीसा।
घणी दूर से अर्जी लेके,
भक्त आपरा आया,
देख मूरतिया खमा मावड़ी,
मन ही मन हर्षाया,
थे हो भक्ता री रखवाली,
सबकी प्रीत पुरबिया पाली,
थारे नाम सु तिर जावे थारा बालका,
म्हारी मायड़ मोतियाँ वाली,
थे हो जसोल की धनयानी,
थारे देवरे में आया थारा जातरी।।
घेर घूमारो घूमर घालो,
रमता रमता आवो,
कर सोलह श्रृंगार माजीसा,
म्हाने दर्श दिखावों,
गहरो मेहंदी रो रंग राच्यो,
नगारों ढोला रे संग बाज्यो,
दिवला लक लक सजोया थारे नाम रा,
म्हारी मायड़ मोतियाँ वाली,
थे हो जसोल की धनयानी,
थारे देवरे में आया थारा जातरी।।
राठौड़ी भाटी कुल तारयो,
तार दियो जग सारो,
दूर देश मे भक्त मोकला,
लियो आसरो थारो,
उजली तेरस सातम खास,
राति जोगा की है रात,
मैं तो जोता जगावा थारे नाम री,
म्हारी मायड़ मोतियाँ वाली,
थे हो जसोल की धनयानी,
थारे देवरे में आया थारा जातरी।।
म्हारी मायड़ मोतिया वाली,
थे हो जसोल की धनयानी,
थारे देवरे में आया थारा जातरी।।
गायक – प्रकाश जी माली।
प्रेषक – प्रकाश भाटी बुटाटी।
9571072959