जान लिया मेरा श्याम,
कहाँ पर रहता है,
हो सेवा गुणगान,
श्याम वहां रहता है।।
श्याम कृपा से श्याम की सेवा,
बड़े भाग्य से मिलती है,
लाखों लोग लगे नंबर में,
किसी किसी को मिलती है,
सेवक का जीवन,
सेवा में रहता है,
हो सेवा गुणगान,
श्याम वहां रहता है।bd।
बस में करले श्याम प्रभु को,
ऐसा कोई यंत्र नहीं,
बाबा की सेवा से बढ़कर,
दूजा कोई मन्त्र नहीं,
सेवा से दरबार,
निखरता रहता है,
हो सेवा गुणगान,
श्याम वहां रहता है।।
श्याम प्रभु को नित सजाकर,
बाबा का गुणगान करें,
प्रेम भाव से मन को लगाकर,
साँवरिये का ध्यान धरें,
ऐसे सेवक से बाबा,
खुश रहता है,
हो सेवा गुणगान,
श्याम वहां रहता है।bd।
बाबा की आँखों से देखो,
प्रेम की शीतल धार बहें,
डूब गया जो श्याम प्रेम में,
प्रेम बिना फिर कैसे रहे,
‘नंदू’ प्रेम ही सार,
सांवरा कहता है,
हो सेवा गुणगान,
श्याम वहां रहता है।।
जान लिया मेरा श्याम,
कहाँ पर रहता है,
हो सेवा गुणगान,
श्याम वहां रहता है।।
Singer – Kemita Ji Rathore
Lyrics – Shri Nandkishor Ji Sharma